सरिता Class 5 Hindi Vatika Chapter 4

सरिता वाटिका कक्षा 5

सरिता शब्दार्थ: विमल स्वच्छ, साफ निनाद ध्वनि विह्वल व्याकुल वसुधा पृथ्वी वत्सल पुत्रवत स्नेह करने वाला रजनी रात अन्तस्तल हृदय अविरल निरन्तर, लगातार सरिता शब्दार्थ: यह लघु सरिता, …………………… का बहता जल॥ संदर्भ – ‘यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वाटिका’ के ‘सरिता’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता गोपाल सिंह ‘नेपाली’ हैं। प्रसंग –… Continue reading सरिता Class 5 Hindi Vatika Chapter 4

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