लाल बहादुर शास्त्री शब्दार्थ प्राचीर = दीवार प्रतिष्ठा = सम्मान निधन = मृत्यु लक्ष्य = उद्देश्य पुश्तैनी = पुरखों की आर्थिक = धन संबंधी स्तब्ध = जड़ ,सन्न लाल बहादुर शास्त्री पाठ का सारांश भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म २ अक्टूबर, १८०४ को मुगलसराय (वाराणसी) के एक साधारण परिवार… Continue reading लाल बहादुर शास्त्री Class 5 Hindi Vatika Chapter 5
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सरिता Class 5 Hindi Vatika Chapter 4
सरिता शब्दार्थ: विमल स्वच्छ, साफ निनाद ध्वनि विह्वल व्याकुल वसुधा पृथ्वी वत्सल पुत्रवत स्नेह करने वाला रजनी रात अन्तस्तल हृदय अविरल निरन्तर, लगातार सरिता शब्दार्थ: यह लघु सरिता, …………………… का बहता जल॥ संदर्भ – ‘यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वाटिका’ के ‘सरिता’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता गोपाल सिंह ‘नेपाली’ हैं। प्रसंग –… Continue reading सरिता Class 5 Hindi Vatika Chapter 4
विमल इन्दु की विशाल किरणें Class 5 Hindi Vatika Chapter 1
विमल इन्दु की विशाल किरणें
प्रकाश तेरा बता रही हैं
अनादि तेरी अन्नत माया
जगत् को लीला दिखा रही हैं